जालंधर(विनोद मरवाहा)
अच्छे ऑफर्स, ज्यादा बिल और अनलिमिटेड डाटा के युग में बिना नंबर बदले एक कंपनी से दूसरी कंपनी पर स्विच करना बेहद आसान है. लेकिन, अगर यह सुविधा बंद हो जाए तो क्या होगा. टेलीकॉम कंपनियां फिर अपनी मनमानी पर उतर आएंगी. ग्राहकों को अपना नंबर बार-बार बदलना पड़ेगा. जी हां, ऐसा ही कुछ करना होगा. क्योंकि, बिना नंबर बदले कंपनी बदलने की सुविधा मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) बंद होने जा रही है. मार्च 2019 के बाद आप अपनी टेलीकॉम कंपनी बिना नंबर बदले नहीं बदल पाएंगे. हालांकि, अभी यह सिस्टम अच्छी तरह काम कर रहा है, लेकिन जल्द ही यह सुविधा बंद कर दी जाएगी.
क्यों बंद होगी एमएनपी सर्विस
खबर के मुताबिक, मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी का काम करने वाली दो कंपनियां एमएनपी इंटरकनेक्शन टेलीकॉम सॉल्यूशंस और सिनिवर्स टेक्नोलॉजी घाटे में चल रही हैं. कंपनियों ने टेलीकॉम विभाग (DoT) को चिट्ठी लिखकर यह जानकारी दी है. कंपनियों का कहना है कि जनवरी के बाद पोर्टिंग फीस में 80 फीसदी की कटौती से उन्हें रोजाना घाटा हो रहा है. सूत्रों के मुताबिक, कंपनियों का कहना है कि मार्च 2019 में इन कंपनियों के लाइसेंस की अवधि खत्म हो रही है. ऐसे में यह अपनी सेवाएं बंद कर देंगी.
ग्राहकों को होगा नुकसान
कंपनियों के सर्विस बंद करने का नुकसान ग्राहकों को होगा. खराब कॉल क्वालिटी, बिलिंग संबंधी मसलों और टैरिफ की वजह से सर्विस प्रोवाइडर को बदलना आसान नहीं होगा. शॉर्ट टर्म में इसका कोई विकल्प नहीं होगा. हालांकि, टेलीकॉम विभाग का कहना है कि अगर कंपनियां अपना लाइसेंस रिन्यू नहीं करातीं तो उनकी जगह दूसरा रिप्लेसमेंट ढूंढा जाएगा. दूसरी कंपनी को लाइसेंस देकर एमएनपी सर्विस जारी रखी जा सकती है.

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