जालंधर(विशाल कोहली)
अब आरक्षित टिकट पर स्टेशन बदलने को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है। यात्री ट्रेन छूटने के चार घंटे पहले यानी चार्ट बनने तक मनमाफिक बोर्डिंग स्टेशन बदल सकते हैं। इस सुविधा की शुरुआत रेलवे द्वारा एक मई से होगी। नई सुविधा में रेलवे बोर्ड ने टिकट सिस्टम में बड़ा बदलाव करते हुए यात्री एक नहीं दो बार बोर्डिंग बदल सकते हैं। अभी तक ट्रेन छूटने के 24 घंटे पहले तक ही बोर्डिंग बदलने की व्यवस्था है। बोर्डिंग बदलने पर यात्री को अतिरिक्त किराया नहीं देना होगा, लेकिन अगर 24 घंटे के अंदर बोर्डिंग बदला जाता है तो रिफंड नहीं मिलेगा। मतलब अगर किसी यात्री ने जालंधर से दिल्ली तक का टिकट बुक कराया है और बाद में उसने बोर्डिंग लुधियान करा लिया तो जालंधर से लुधियान के बीच का किराया वापस नहीं होगा। वहीं अगर यात्री चाहे तो बोर्डिंग बदलने के बाद भी लुधियाना के बजाय जालंधर से यात्रा कर सकता है, लेकिन बर्थ खाली होने पर ही यात्री को सीट की सुविधा मिल सकेगी अन्यथा अनुमति नहीं मिलेगी।
तीन तरह से बदल सकते हैं बोर्डिंग : यात्री घर बैठे ही यात्र स्टेशन बदल सकते हैं। इसके लिए रेलवे काउंटर,इंक्वायरी नंबर 139 या आइआरसीटीसी के वेबसाइट पर भी बोर्डिंग बदलने की सुविधा उपलब्ध रहेगी।

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