जालंधर/हलचल न्यूज़
आज के समय में हर व्यक्ति खूब पैसे कमाना चाहता है. इसके लिए वे दिन-रात मेहनत भी करता है. इतना ही नहीं, मेहनत के साथ-साथ लोग कुछ उपाय भी अपनाते हैं, ताकि उनका भाग्य भी साथ दे सके. लेकिन कई बार इन सबके बावजूद व्यक्ति के हाथ सफलता नहीं लगती. कुंडली में कमजोर ग्रह आपकी आर्थिक स्थिति पर प्रभाव डालते हैं. इसके लिए उपाय के साथ-साथ आप रत्न भी धारण कर सकते हैं. ग्रहों के इन रत्नों को धारण करने से व्यक्ति जल्द ही करोड़पति बन जाता है. आर्थिक स्थिति में सुधार होता है. लेकिन ये रत्न ज्योतिष से कुंडली दिखाने और उन्हीं की सलाह पर धारण करना चाहिए.
1. सूर्य को शक्तिशाली बनाने के लिए माणिक्य रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. ज्योतिष के अनुसार कम से कम सवा पांच रती या फिर 7-9 रत्ती के माणिक्य को सोने की अंगूठी में रविवार के दिन पुष्य योग में दाहिने हाथ की अनामिका अंगुली में धारण करें. लेकिन माणिक्य पहनने से पहले एक बार अपने ज्योतिष से सलाह अवश्य लें.
2. ज्योतिष के अनुसार चंद्र ग्रहण को शक्तिशाली बनाने के लिए मोती रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. मोती कम से कम सवा तीन रत्ती का होना चाहिए. ज्योतिष के अनुसार मोती को चांदी की अंगुठी में बनवाकर शुक्ल पक्ष के किसी भी सोमवार के दिन रोहिणी नक्षत्र में धारण करें.
3. मंगल ग्रह को मजबूत करने के लिए पांच रत्ती का मूंगा रत्न सोने या तांबे की अंगूठी में मंगलवार के दिन अनुराधा नक्षत्र में सूर्योदय के बाद एक घंटे तक ही धारण करना चाहिए.
4. बुध ग्रह के लिए पन्ना धारण करने की सलाह दी जाती है. पन्ना पांच रंगों का होता है. इन सभी पन्ना में श्रेष्ठ मयूर रंग वाला पन्ना होता है. ये कम से कम छह रत्ती का प्लेटिनम या सोने की अंगूठी में पहनना चाहिए. इसे पहनने के लिए बुधवार के दिन 5-6 बजे के बीच ही दाहिने हाथ की सबसे छोटी उंगली में उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में धारण करना चाहिए.
5. बृहस्पति ग्रह के लिए पुखराज रत्न पहनना चाहिए. पुखराज रत्न 5,7,9 या 11 रत्ती का सोने की अंगूठी में दाहिने हाथ की तर्जनी अंगुली में पहनना चाहिए. ये रत्न सूर्यास्त के समय धारण करना चाहिए.
6. शुक्र ग्रह को शक्तिशाली बनाने के लिए हीरा रत्न कम से कम दो कैरेट का मृगशिरा नक्षत्र में बीच की मध्यमा अंगुली में पहनने की सलाह दी जाती है.
7. शनि ग्रह को शांत करने के लिए नीलम रत्न सबसे ज्यादा लाभकारी है. नीलम रत्न शनिवार के दिन श्रवण नक्षत्र में पंचधातु की अंगुठी में मध्यमा अंगुली में पहनना चाहिए.
8. राहु ग्रह की शांति के लिए गोमेद रत्न उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में बुधवार या शनिवार को पंचधातु की अंगुठी में मध्यमा अंगुली में पहना जाता है.
9.केतु के लिए लहसुनिया रत्न गुरु पुष्य योग में पहना जाता है. इसे पहनने के लिए गुरुवार के दिन सूर्योदय से पूर्व पंचधातु की अंगुठी में मध्यमा अंगुली में पहना जाता है.
जरुरी सोचना : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि हलचल पंजाब किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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