जालंधर(विशेष)
धन श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाशपर्व के मौके पर वैटीकन से पोप फ्रांसीस जी ने समुह सिख कौम के लिए मुबारकबाद का संदेश भेजते हुए खुशी का प्रकटीकरण किया। यह संदेश ना केवल सिख कौम के लिए बल्कि संपूर्ण मानव जाति का सिर संसार भर में ऊंचा उठाता है और श्री गुरू नानक देव जी के प्रेम तथा सम्मान भरे उनके शब्दों पर अथाह विश्वास की मोहर लगाता है जिनमें श्री गुरू नानक देव जी ने कहा ‘ऐकु पिता, ऐकस के हम बारिक।

श्री गुरू नानक देव जी का संपूर्ण जीवन प्रेम, मेहनत करने और बांटकर खाने की परंपरा को कायम करने और मानव एकता एवं अखंडता के बीज को मानव जीवन में कायम करने में गुजारा। पोप फ्रांसीस जी ने श्री गुरू नानक देव जी के मानवता के प्रति त्याग और बेमिसाल प्रेम को पेश करते हुए अपने संदेश में कहा कि आज के समाज में गिरते जा रहे मानवीय स्तर को यदि कायम रखना है, तो हमें गुरू जी द्वारा दिए गए उपदेशों को अपने जीवन में धारण करना चाहिए। अपने संदेश में उन्होंने सिख और ईसाई समाज को एक दूसरे के साथ मिलकर मानवता की भलाई, एकता और आपसी प्यार को कायम करने के लिए मिलकर काम करने का निर्णय लेने के लिए कहा तथा मौजूदा समय की इस मांग को सामने रखा। इस महान और मुबारक मौके पर समूचे पंजाब का ईसाई भाईचारा सिख कौम के साथ अपना प्यार बांटते हुए गर्व महसूस कर रहा है और समाज में फैल रही बुराईयों और नफरतों को जड़ से उखाडऩे के लिए सिख कौम के साथ खड़ा है तथा वचनबद्ध है। श्री गुरू नानक देव जी 550वें प्रकाशपर्व के मुबारक मौके तथा समूह ईसाई भाईचारा और जालंधर डायोसिस समूह सिख संगत को मुबारकबाद देता है।

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