जालंधर/विनोद मरवाहा
जालंधर लोकसभा उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के हाथों मिली करारी हार को भाजपा पचा नहीं पा रही। यही वजह है कि पार्टी के कई नेता व सीनियर कार्यकर्त्ता पार्टी की हार पर मंथन करने की बजाए अपनों पर ही निशाना साध रहे हैं।
इसी तरह की जालंधर वेस्ट के एक भाजपा कार्यकर्त्ता अजय वर्मा द्वारा जालंधर वेस्ट नौ सौ चूहे खाके बिल्ली हज नूं चली, बैठक के नाम पर 200 बंदे इकट्ठे कर 66 हजार व ढोल के नाम पर एक हजार रुपए लेने, दो बसों में दो बंदे बिठा कर रोड शो में जाने वाले, 100 बंदे बोल 5 बंदे रैली लाकर फेसबुक फोटो वाले नकली नेता की असलियत लिख कर सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट काफी वायरल हो रही है। इस पोस्ट में उन्होंने अपनी ही पार्टी के एक भाजपा नेता को तथाकथित नेता की संज्ञा देते हुए कई बातें लिखी हैं। अंत में उन्होंने लिखा है कि अगली जानकारी भी जल्दी रंगदारी वसूली की जारी होगी।


पार्टी हाई कमान ने भाजपा नेता की बड़ी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस पोस्ट का संज्ञान लेते हुए मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है।
इस क्षेत्र की राजनीति पर नजर रखने वालों की मानें तो इस पोस्ट को लेकर इस भजपा नेता के प्रति पार्टी हाई कमान का सॉफ्ट कॉर्नर नहीं है। उनके अनुसार यदि इस भाजपा नेता पर लगे सभी आरोप सिद्ध होते हैं तो पार्टी भाजपाअनुशासनात्मक समिति द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। इनको पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है या 6 वर्ष तक के लिए निष्कासित भी किया जा सकता है।
कहा तो यह भी जा रहा है कि अक्सर विवादों में रहने वाले इस भाजपा नेता को पिछली बार जिला जालंधर की टीम में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया था लेकिन विरोधाभास के चलते इस बार उन्हें कोई भी स्थान नहीं दिया गया है क्योंकि ऐसे नेताओं के कारण ही पार्टी की जो दशा आज जालंधर वेस्ट में है, वो चिंताजनक है।

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