
इलाहाबाद (हलचल नेटवर्क)
संगम नगरी में एक ऐसे प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया है, जिसमें पुलिस को दखल देना पड़ा. घूरपुर थाने में पहुंच एक प्रेमी जोड़े ने थानेदार अरविन्द त्रिवेदी के पास पहुंच उन दोनों की जान बचाने की गुहार लगाईं. इन दोनों के रिश्ते से अनजान थानेदार ने दोनों को बैठाकर पूरा मामला समझा और फिर एक ऐसा निर्णय लिया जो इलाके में चर्चा का विषय बन गया.
घूरपुर थाने के एसएचओ के पास नीरज नाम का युवक सरिता नाम की युवती के साथ पहुंचा. उसने थानेदार को देखते ही कहा, “सर हमारी शादी करा दीजिये, नहीं तो हम दोनों अपनी जान दे देंगे.” मामले की जानकारी लेने पर मालूम पड़ा कि उन दोनों के परिवार वाले इस शादी के लिए राजी नहीं है, सरिता नीरज की मां के चचेरे भाई की लड़की है. दोनों प्रेम में ऐसे अंधे हुए कि उन्हें सामाजिक ताने-बाने का भी कोई ख्याल न रहा. इस दौरान जब सरिता के घरवालों को इस रिश्ते के बारे में पता लगा तो उन्होंने नीरज से उसके मिलने पर पाबंदी लगा दी. साथ ही सरिता के घरवालों ने उसकी शादी कहीं और तय कर दी. इसका पता चलते ही नीरज सरिता को लेकर घूरपुर आ गया और पुलिस के सामने पहुंच शादी करवाने की गुहार लगवाई. मामले की गंभीरता को समझते हुए थानेदार अरविन्द त्रिवेदी ने फैसला किया और उन दोनों की शादी कराने का फैसला किया. इसके बाद उन्होंने दोनों के परिजनों को कॉल करके इस बारे में समझाया.आखिकार चार घंटे तक समझाने के बाद दोनों के घरवालों ने शादी की मंजूरी दे दी. जिसके बाद अरविन्द त्रिवेदी ने उन दोनों की थाने में स्थित मंदिर में शादी करवाई. यही नही उन्होंने उन दोनों की विदाई के समय सरिता को 1100 रुपए शगुन के तौर पर देकर सुखी जीवन का आशीर्वाद दिया.












































