पढ़े : देश के कई राज्यों में हो रही कैश की किल्ल्त का सबसे बड़ा कारण

पढ़े : देश के कई राज्यों में हो रही कैश की किल्ल्त का सबसे बड़ा कारण हवाला
जालंधर(विनोद मरवाहा)
देश के कई भागों में में हो रही कैश की किल्ल्त का एक बड़ा कारण हवाला कारोबार भी है। विभिन्न बैंकों के के करोड़ों रुपये हवाला कारोबार में फंसे हुए हैं। यह पैसे न तो बैंक में वापस आ रहे हैं और न ही बाजार में खप रहे हैं। इन पैसों का प्रयोग बडे़ स्तर पर व्यवसायिक ऑडर लेने और देने में किया जा रहा है। लाखों का ट्रांजेक्शन यहां पलक झपकते हो जा रही है, जानकारी न तो बैंक को मिल रही है और न ही आयकर विभाग को। यहां सिर्फ दो हजार के नोट का प्रयोग हो रहा है।

जाहिर सी बात है एटीएम और बैंकों में दिख रही दो हजार नोटों की कमी का एक बड़ा कारण यहीं है। इस बात की पुष्टि आरबीआई के आंतरिक रिपोर्ट में की गई है।आरबीआई के अनुसार 2 हजार के नोट बाजार से वापस नहीं आ रहे हैं। नोटबंदी के बाद 2000 के जितने नोट आए उनमें से 60 प्रतिशत नोट बाजार से वापस नहीं लौटे हैं। देश के लगभग सभी राज्यों में भी कैश का ज्यादा प्रयोग हो रहा है। व्यवसायी बड़ी संख्या में कैश रख रहे हैं। जिसका प्रयोग माल खरीदने और बेचने में किया जा रहा है। इसमें प्रयोग हवाला कारोबार में हो रहा है। थोक ऑडर देने और लेने के लिए इन दिनों सबसे अधिक कैश का प्रयोग किया जा रहा है।

हवाला कारोबारियों की पहुंच यहां बाजार में सबसे अधिक है। व्यवसायियों को पैसे एक सेंटर पर जाकर देना होता है। उसके कुछ ही मिनटों में करोड़ों रुपये देश के अन्य हिस्से में पहुंच जाता है। वह भी बिना किसी ऑनलाइन या ऑफलाइन रिकार्ड के। थोक कारोबारियों में सबसे अधिक इसका प्रयोग किया जा रहा है। टैक्स बचाना साथ ही आय और व्यय के ब्योरे को छिपाने के लिए सभी इसका प्रयोग कर रहे हैं।