जालंधर/हलचल पंजाब
पंजाब कांग्रेस में कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच मची रार के बीच पार्टी नेता मनीष तिवारी ने भी दांव चल दिया है। पंजाब की आबादी में सिख, हिंदू और दलितों की हिस्सेदारी बताते हुए मनीष तिवारी के ट्वीट को लेकर भी अटकलें लगने लगी हैं। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, कैप्टन के ‘खिलाड़ी’ कहे जाने वाले तिवारी ने एक तरफ सिद्धू का विकेट गिराने की कोशिश की है तो अपने पक्ष में हाइकमान को इशारा भी कर दिया है।
ट्वीट में तिवारी ने कहा है कि पंजाब की आबादी में 57.75 फीसदी सिख हैं तो 38.49 फीसदी हिंदू और 31.94 फीसदी हिस्सेदारी दलितों (सिख और हिंदू) की है। उन्होंने आगे कहा, ”पंजाब प्रगतिशील और सेक्युलर है। सामाजिक हित समूहों को संतुलित करना अहम है। समानता।”
पार्टी के आंतरिक सूत्रों का कहना है कि ट्वीट के जरिए तिवारी ने कांग्रेस नेतृत्व को यह बताने की कोशिश की है कि पंजाब में पार्टी के लिए बैलेंस बनाना अहम है, जहां 2022 की शुरुआत में चुनाव होना है। तिवारी पूर्व केंद्रीय मंत्री और पंजाब के आनंदपुर साहिब से सांसद हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह तिवारी को पंजाब में कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के पक्ष में हैं।
यह ट्वीट ऐसे समय पर आया है जब नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की है। पंजाब कांग्रेस में दरार के बीच नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने के संकेत दिए जा रहे हैं। सिद्धू ने गुरुवार को अमरिंदर के मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के घर बैठक की थी। कैप्टन ने भी अपने करीबियों के साथ रणनीति बताई। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने सोनिया गांधी से भी बात की और सिद्धू को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर नाराजगी जाहिर की।