चंडीगढ़(हलचल नेटवर्क)
पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अभी तक मुख्यमंत्री की तरफ से उन को सौंपे गए नये विभाग का कारजभार नहीं संभाला है इसी के चलते पंजाब सैकटरीएट स्थित उन के दफ़्तर में ताला लगा हुआ है। हालाँकि सिद्धू के विभाग का बाकी स्टाफ यहाँ मौजूद है परन्तु मंत्री के दफ़्तर को ताला लगा हुआ है। बता दें की सैकटरीएट के 5वीं मंज़िल पर 33 नंबर दफ़्तर नवजोत सिद्धू का है। छह जून, यानि जिस दिन से मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मंत्रियों के विभाग बदले, उसी दिन के बाद 33 नंबर दफ़्तर को ताला ही नज़र आया क्योंकि सिद्धू नये पोर्टफोलियो मुताबिक मंत्रालय संभालने के लिए तैयार नहीं हैं।
इसी तरह सैकटरीएट की तीसरी मंज़िल पर ओम प्रकाश सोनी के दफ़्तर को भी ताला लगा हुआ है। सोनी पहले शिक्षा मंत्री थे, परन्तु सिद्धू की तरह वह भी नया विभाग संभालने के लिए तैयार नहीं। उन अपना विभाग नहीं लिया जिस करके सोनी के दफ़्तर को भी छह जून के बाद लगातार ताला ही लगा नज़र आया। सोनी का भी स्टाफ मौजूद है परन्तु दफ़्तर नंबर 31, जिस के बाहर पहले हर समय पर रौणक नज़र आती थी, परन्तु अब इस दफ़्तर बाहर सन्नाटा पसर चूका है। हालाँकि सोनी की नियम प्लेट पर नया पोर्टफोलियो छपने के लिए तो चला गया परन्तु सोनी इस लिए तैयार नहीं। वह अफ़सरशाही पर इल्ज़ाम लगा रहे हैं कि अफ़सरशाही मंत्रियों पर हैवी है जिस करके काम पर प्रभाव पड़ता है।
याद रहे लोकसभा की मतदान दौरान मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने ऐलान किया गया था कि जो मंत्री अच्छी कारगुज़ारी नहीं कर पाएगा, उस का मंत्रालय बदल दिया जायेगा। इस के बाद छह जून को मुख्यमंत्री ने लोकसभा मतदान की कारगुज़ारी के सिर पर मंत्रियों के पोर्टफोलियो बदल दिए। इस के बाद आत्म सम्मान का सवाल मान कर उन दे दो मंत्री बाग़ी हो गए।