नई दिल्ली(हलचल नेटवर्क)
ऑनलाइन रेल टिकट अगले महीने से एक फीसदी महंगा हो सकता है. रेल टूरिज्म एंड कैटरिंग कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने ई-टिकट पर फिर सर्विस टैक्स वसूलने का फैसला लिया है. ई-टिकट के एजेंटों को अधिकृत सूचना भी भेज दी गई है. सर्विस टैक्स लागू होने से स्लीपर से लेकर एसी तक के ई-टिकट पर न्यूनतम 25 से 45 रुपए ज्यादा खर्च करने पड़ेंगे.
नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए ई-टिकट पर लगने वाला सर्विस टैक्स वापस ले लिया गया था. कहा गया था कि इससे ई-टिकट को बढ़ावा मिलेगा. कुछ हद तक ई-टिकट का चलन भी बढ़ा है. रेलवे अफसरों के मुताबिक इस वक्त रोज जारी होने कुल रिजर्वेशन टिकट में ई-टिकट की हिस्सेदारी लगभग 55 से 60 फीसदी है. वर्ष 2016 में ई-टिकट रोजाना कुल जारी होने वाले टिकट का 35 से 40 फीसदी था. रेलवे के रिकॉर्ड के मुताबिक देश भर में करीब 11 से 12 लाख रिजर्वेशन टिकट रोज जारी होते हैं.
आईआरसीटीसी ने ई-टिकट के अधिकृत एजेंटों को सर्विस टैक्स के बारे में सूचित कर दिया है. बताया गया है कि सर्विस टैक्स सितंबर से प्रभावी हो सकता है. एक आईआरसीटीसी एजेंट ने बताया कि सर्विस टैक्स फिर से लगाने की सूचना आ चुकी है. हालांकि अभी यह तय नहीं है कि सर्विस टैक्स की दरें किस दिन से प्रभावी होंगी. मौखिक बताया गया है कि सितंबर के पहले सप्ताह से ई-टिकट पर सर्विस टैक्स देना पड़ सकता है.

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