कांग्रेस राज में चक्का जाम कर क्या साबित करना चाहता है अकाली दल और कांग्रेस : भाजयुमो
सहयोगी भाजपा के, ऑर्डिनेंस भाजपा का, वाह रे अकाली दल : अर्जुन त्रेहन
पंजाब ब्यूरो चंडीगढ़/जालंधर
विचौलियों की दूकान बंद से बूखलाई कांग्रेस और अकाली दल असल में किसान विरोधी है। इस अध्यादेश के आने से उनका चेहरा बेनकाब हुआ है। भाजयुमो के प्रदेश सह मीडिया प्रभारी अर्जुन त्रेहन का कहना है कि दोनों ही पार्टिया किसानों के वोट बैंक पैर निर्भर करती हैं। इस नीति के तहत जो किसानों की आमदन और खुशहाली बढ़ने वाली हैं उस एजेंडे से यह दोनों पार्टियां वाकिव हैं और उन्हें अपना आधार खतरे में लग रहा है। कृषि अध्यादेश पर विपक्ष किसानों को गुमराह कर बरगलाने का प्रयास कर रहा है। यह अध्यादेश किसानों के हित में है, और इससे किसानों को पूरा लाभ मिलेगा और नए कृषि अध्यादेश से किसानों को आढ़तियों, दलालों से मुक्ति मिलेगी। पूर्व में कांग्रेस भी इसकी मांग उठा चुकी है। उन्होंने कहा कि कृषि अध्यादेश के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया है, कि इसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को नहीं हटाया गया है, और न ही भविष्य में हटाया जाएगा बल्कि एमएसपी में बढ़ोतरी किया गया है। त्रेहन ने कहा कि मंडी समितियां भी बनी रहेंगी इस अध्यादेश के तहत किसान मंडी के अलावा कहीं भी अपनी फसल को अपने तय किए दाम पर बेंच सकता है। उन्होंने कहा कि कृषि अध्यादेशों की खूबियों से विपक्ष बौखला गया है और किसानों को बरगलाने के लिए अनर्गल बयानबाजी कर रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा कृषि से जुड़े लाए गए अध्यादेश आने वाले समय में इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज होंगे।

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