जालंधर(विनोद मरवाहा)
राष्ट्रीय सिख संगत जालंधर देहाती ने पाकिस्तान में गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब नज़दीक गुरुद्वारा तंबू साहिब के ग्रंथी भगवान सिंह की 19 साल की बेटी जगजीत कौर को जबरन इस्लाम धर्म कबूल करवाने की घटना की सख़्त शब्दों में निंदा की है। आज राष्ट्रीय सिख संगत जालंधर देहाती के कार्यकर्ताओं ने जालंधर के ए.डी.सी जसबीर सिंह को एक ज्ञापन देकर भारत के गृहमंत्री अमित शाह को भेजा है कि हमारे जो सिख भाई पाकिस्तान में रहते हैं, वह सुरक्षित रहे और उनको अपने धर्म के साथ रहने का हक मिले। पाकिस्तान में सिखों के साथ कोई जबरदस्ती न हो।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सिख संगत के संरक्षक अमरजीत सिंह अमरी ने कहा कि ‘यह बहुत ही शर्मनाक हरकत है। पाकिस्तान अब तक आतंक को पनाह देता आ रहा है, लेकिन अब गुरुद्वारा साहिब से लड़की उठाकर जबरन धर्म बदलने को मजबूर किया गया और निकाह गिया है। इससे गिरी हरकत और कोई नहीं हो सकती है। अमरी ने कहा कि इमरान खान इससे गिरी हुई हरकत नहीं कर सकते हैं। इससे बाज आना चाहिए। अमरी के अनुसार पाकिस्तान कश्मीर के मुसलमानों की बात तो करता है, लेकिन उसके अपने ही देश में क्या हो रहा है उसकी तरफ भी ध्यान देंना चाहिए। आज सिख भाईचारे में इसका बहुत गुस्सा है, एक तरफ तो पाकिस्तान मानवाधिकार की बात करता है तो उसको पहले अपना घर में देखना चाहिए। स.अमरी ने केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर सहित पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान से भी इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है।
इस मोके राष्ट्रीय सिख संगत जालंधर देहाती संजोयक गुरप्रीत सिंह रिंकू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से अपील करते हुए कहा कि पकिस्तान में लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन के मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाएं। पाकिस्तान में सिख धर्म पर खतरा मंडरा रहा है, इसलिए यह मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में भी उठाया जाना चाहिए।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सिख संगत जालंधर देहाती सहसंजोयक देवकीनन्दन ठुकराल, उप्रधान राजिंदर सिंह पप्पी, अर्जुन सिंह पप्पी, महासचिव सुखजिंदर सिंह हीरा, हरभजन सिंह, हरप्रीत सिंह बेदी, कुलवंत सिंह, सुखदेव सिंह सुखा, हरजीत सिंह, निशान सिंह आदि सभी कार्यकर्ता हाजिर थे।