जालंधर (योगेश कत्याल)
श्री बांके बिहारी भागवत प्रचार समिति की तरफ से सांईदास स्कूल की ग्राउंड में करवाई जा रही श्रीमद् भागवत सप्ताह कथा के चतुर्थ दिवस को विश्वविख्यात कथा व्यास श्रद्धेय आचार्य श्री गौरव कृष्ण गोस्वामी जी ने श्री भागवत की महिमा का सुन्दर शब्दों में गुणगान किया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में भक्तगण उपस्थित थे।
इस अवसर पर श्रद्धेय आचार्य श्री गौरव कृष्ण गोस्वामी जी ने कहा कि भक्त के भाव को अपने इष्ट के प्रति भक्त की आस्था को केवल प्रभु ही समझ सकते हैं। इसलिए जीव को अपना दुख संसार के सामने नहीं केवल प्रभु के सामने ही प्रकट करना चाहिये। प्रभु पालनहार हैं वें शरण में आये भक्त के सारे दुखों को हर लेते हैं।

यह आध्यात्मिक उद्गार व्यक्त करते हुए कथा व्यास श्रद्धेय श्री आचार्य जी ने कहा कि भगवान का परम भक्त प्रहलाद जिसके पिता हिरणकश्यप के द्वारा अति भयंकर कष्ट दिये गए। यहां तक कि श्री प्रहलाद जी को विष पिलाया गया, हाथी से कुचलवाया गया, अग्नि में जलाया गया, तरह-तरह की यातनाएं दी गईं परन्तु श्री प्रहलाद जी हर जगह अपने प्रभु के ही दर्शन करते थे। इसलिए उन्हें कहीं भी किसी प्रकार की पीड़ा का एहसास नहीं हुआ। उन्हें विश्वास था कि हमारे प्रभु सदा-सर्वदा सर्वत्र विराजमान रहते हैं। प्रभु श्री नरसिंह भगवान अपने भक्त के विश्वास को पूर्ण करने के लिए वें कहीं भी किसी भी समय प्रकट हो सकते हैं।


आचार्य श्री ने कहा कि जीव को किसी की निन्दा स्तुति करने के बजाय भगवान की ही चर्चा सुननी और करनी चाहिये। प्रभु चरित्रों को श्रवण करने से भगवान का चिन्तन करने से प्रभु कृपा निश्चित रूप से प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि विशाल पेड जिस तरह छोटी सी कुल्हाडी से कट जाता है उसी प्रकार प्रभु के चरण-कमल का स्मरण करने से जीव के सारे पाप कट जाते हैं। इसके लिए उसे प्रभु की शरण में आना होगा।होते हैं।
कथा के दौरान विशेष महोत्सव के रूप में श्री कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। प्रभु के प्रकट होने पर गोपियां बधाई का सामान लेकर आई और चारों तरफ से यही आवाज गूंज रही थी नन्द के आनन्द भयो जै कन्हैयां लाल की। सभी ने बधाई प्रसाद प्राप्त किया। इस संस्था के प्रधान सुनील नैय्यर, बृजेश कुमार जुनेजा, उमेश ओरी, संजय सहगल, संदीप मलिक, बृजमोहन चड्ढा, चंदन वडेरा, रिंकू मल्होत्र, भूपेंद्र बिल्ला, राहुल बाहरी, नरेंद्र वर्मा, सुमित गोयल, बलच्वदर शर्मा, अश्विनी कुमार आशू, विकास ग्रोवर, हेमंत थापर, योगेश कत्याल, हितेन्द्र तलवार, दविंदर अरोड़ा, राजकुमार शर्मा, मनीष गुप्ता, संदीप रहेजा लक्की, रमेश सहगल, गोपी वर्मा, विपन मल्होत्रा, राजवंश मल्होत्र, अरुण, दविंदर, विनोद, केवल अग्रवाल, परीक्षित बडेरा, रमेश किरण कटारिया, नीलम मल्होत्रा, अंजू शर्मा, खुशी कत्याल व अन्य मौजूद थे।

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