(हलचल नैटवर्क)
पलिस की दुर्गा शक्ति टीम में तैनात हवलदार ने अपने भाई व अन्य घरवालों के साथ मिलकर पत्नी व 3 साल के बेटे की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। वारदात फतेहाबाद के डोभी गांव की है । मरने वालों की पहचान 28 वर्षीय सुनीता देवी व 3 वर्षीय निखिल के रूप में हुई है। दोंनों की गर्दन पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया। घटना का पता चलने पर महिला के मायके वाले और पुलिस मौके पर पहुंची। मृतका के पिता पनिहार चक्क निवासी जबीर सिंह पुलिस विभाग में एएसआई हैं और भिवानी में कार्यरत हैं।
सदर थाना पुलिस ने इस बारे में मृतका के भाई अजय की शिकायत पर मृतका के पति साहबराम, जेठ सतबीर, ननद सिरसा के छातरिया गांव निवासी विनोद कुमारी व ननदोई सोनू के खिलाफ धारा 302 व 34 के तहत मामला दर्ज किया है। अजय ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2013 में उसकी बहन की शादी साहबराम से व उसके ताऊ की बेटी मीनू की शादी सतबीर के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही विनोद कुमारी व उसका पति विनोद दोनों बहनों की पारिवारिक जिंदगी में दखलंदाजी करने लगे। इससे तंग आकर मीनू ने शादी के एक साल बाद ही तलाक ले लिया और सतबीर की अब तक दूसरी शादी नहीं हुई है। इस बात को लेकर चारों उसकी बहन को परेशान करते थे और उसके चरित्र पर भी शक करते थे। अजय ने बताया कि सुनीता ने उसकी पत्नी को फोन करके कहा कि उसके ससुराल वाले उसकी हत्या करने की योजना बना रहे हैं। उसकी पत्नी जब यह बात उसे बताई तो उन्होंने इसे पारिवारिक झगड़ा समझकर ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया। अजय ने बताया कि सुबह साहबराम ने उसकी बहन के मोबाइल फोन से उसके पिता को फोन किया और कहा कि सुनीता गांव में नहीं है, आपके पास पहुंची है क्या। इस पर उन्हें शक हुआ और वह अपने ताऊ के बेटे अनिल कुमार के साथ डोभी गांव में आ गया और बहन सुनीता की सास से पूछताछ की तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इसके बाद उन्होंने देखा कि सतबीर के कमरे पर ताला लगा हुआ है और कमरे के बाहर खून आ रहा है। इस पर उन्होंने ताला तोड़ा तो उसमें उसकी बहन व भांजे का खून से लथपथ शव मिला और वहीं पर कुल्हाड़ी पड़ी थी और दोनों के शव पर कुल्हाड़ी से हमले के काफी निशान थे। इसके बाद पुलिस को शिकायत दी।