संजय गोस्वामी ( मोगा)
अमर शहीद उधम सिंह के 79वें बलिदान दिवस पर आज अखिल भारतीय आजाद क्रांतिकारी दल व नेकी दी हट के सेवादारों ने जंग ए आजादी के महान सपूत उधम सिंह जिन्होंने जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लेने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया को श्रद्धासुमन अर्पित करके याद किया गया।
इस मौके पर नेकी दी हट के प्रमुख गगन नौहरिया व अखिल भारतीय आजाद क्रांतिकारी दल के पंजाब प्रधान बीर प्रताप ने शहीद ऊधम सिंह की महान क़ुरबानी की याद दिलाते हुए कहा कि 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियाँवाला बाग़ में हज़ारों निहथे व बेक़सूर भारतीयो को गोलियों की बौशार से शहीद कर जनरल डायर ने भारतवासियों की ग़ैरत को ललकारा था। उस समय मात्र 19 वर्ष की आयु के ऊधम सिंह ने इस नरसंहार को अपनी आँखो से देखा ओर उसी दिन इसका बदला लेने का प्रण लिया। 21 वर्षों तक वे इस सोच ओर जुनून को साथ लेकर वे भारत से इंगलैंड पहुँचे जहाँ 13 मार्च 1940 को केक्सटन हाल में जलियाँवाला नरसंहार को भारतियों को सबक़ सिखाने वाला बताते हुए शेखी बघार रहे मायकल ओ डायर को उन्होंने गोलियों का निशाना बनाकर दुनिया को दिखा दिया की हिंदुस्तानियों की पगड़ी उछालने वाले का अंत ऐसा ही होता है।


उन्होंने कहा कि शहीद उधम सिंह जैसे क्रांतिकारियों की बदौलत आज हम खुली हवा में सांस ले पा रहे है। शहीद उधम सिंह ने अपना पूरा जीवन कौम,समाज,देश की रक्षा में न्योछावर कर दिया था। ऐसे शहीदों की जीवनी से हर वर्ग को सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो कौम अपने शहीदों को भूला देती है वह कभी तरक्की नहीं कर सकती है। सभी के लिए राष्ट्र की एकता और तरक्की के लिए काम करना ही देश के सभी शहीदों को सच्ची श्रद्धाजंलि होगी।
इस मौके पर वीर प्रताप , जीवन कुमार, प्रिंस शर्मा, कुलदीप सिंह, सुरेंद्र कुमार व गगन नोरिया आदि हाजिर थे।

Scroll to Top