जालंधर(विनोद मरवाहा) शहर में जमकर हो रहे अवैध निर्माणों के पीछे कोई और नहीं, बल्कि निगम प्रशासन के कुछ अधिकारी, कर्मचारी और सत्ता सुख भोग रह नेताओं का हाथ होता है। दरअसल, इन तीनों की जुगलबंदी ऐसी है कि जिस पर चाहें कृपा बरसा दें और न जाने किस पर कहर बरपा दें। गजब तो यह है कि इस गठजोड़ को तोड़ने में अब तक निगम प्रशासन भी नाकाम ही रहा है। यही वजह है कि इस गठजोड़ की शह पर अवैध निर्माण करने वालों के हौसले बुलंद रहते हैं। हालिया दिनों में सामने आए कमल पैलेस चौक के समीप वक्फ बोर्ड की जगह पर हो रहे तथाकथित  अवैध निर्माणों के मामले में भी इसी तिकड़ी की अहम भूमिका नजर आ रही है। बता दें कि नगर निगम ने इस निर्माण पर पहले डिच चला कर काम रुकवा दिया था लेकिन अब पुनः यह काम दिन रात चल रहा है। निगम प्रशासन द्वारा यहाँ पुलिस कर्मचारियों की तैनाती भी की गई है लेकिन इसके बावजूद भी शटरिंग का काम बड़े जोर शोर से चल रहा है  स्टेट वक्फ बोर्ड  का कहना है कि इस भूमि पर निर्माण करने कि किसी को भी कोई इजाजत नहीं दी गई है और अब कानूनी माहिरों से राय लेकर बनती कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कहा तो यह भी जा रहा है कि कांग्रेस के एक विधायक की मिलीभगत से यह अवैध निर्माण हो रहा है। इस सारे मामले की शिकायत रविंदर पाल सिंह चड्डा ने नगर निगम कमिश्नर को की है।

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