पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों से बेहाल उत्तराखंड वासियों को जल्द ही पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों से राहत मिल सकती है। सत्तारूढ़ दल भाजपा सरकार ने पेट्रोल व डीजल पर वैट (मूल्य वर्धित कर) कम करने का सुझाव दिया है। प्रदेश में पेट्रोल की प्रति लीटर कीमत 100 रुपये को पार कर चुकी है। विपक्ष पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमत को लेकर लगातार दबाव बना रहा है। केंद्र सरकार भी इस संबंध में राज्यों को वैट कम करने का सुझाव दे चुका है। दरअसल, पेट्रोल व डीजल पर वैट कम करना राज्य सरकार के लिए आसान नहीं होता। आमदनी के लिहाज से उत्तराखंड के संसाधन बेहद सीमित हैं। वहीं कोरोना संकट ने राज्य को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाया है।
1000 करोड़ रुपये से ज्यादा आमदनी
पेट्रोल और डीजल से राज्य को तकरीबन 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा सालाना राजस्व मिलता है। इस आमदनी के बूते ही सरकार को कर्मचारियों के वेतन-भत्तों और पेंशन के भुगतान में मदद मिल रही है।