श्रीनगर(हलचल नेटवर्क)
कश्मीर घाटी में हालात आम नहीं हैं। वहाँ अब अजीब सी चुप और बेचैनी का आलम है और लोगों को गुप्त डर अंदर से काट -काट खा रहा है। हर तरफ़ चर्चा है कि कश्मीर में कुछ बड़ा होने जा रहा है, परन्तु कोई कुछ बताने के लिए तैयार नहीं है।
बीते दिनों सरकार ने श्री अमरनाथ यात्रा रोक दी और तीर्थ यात्रियों और सैलानियों को यहाँ से जाने के लिए भी कहा। आज जम्मू -कश्मीर सरकार ने माछिल माता यात्रा पर रोक लाने बाद में विद्यार्थियों को भी कश्मीर से जाने की सलाह दी है।
जम्मू -कश्मीर प्रशासन की सलाह पर अब श्रीनगर स्थित ‘नेशनल इंस्टीट्यूट आफ प्रौद्यौगिकी ’ (NIT) में पढ़ रहे देश के दूसरे सूबों के विद्यार्थी अब बहुत तेज़ी के साथ श्रीनगर से रवानगी डाल रहे हैं। बताया यह गया था कि दहश्तगर्द हमलो के डर कारण ऐसा कदम उठाया जा रहा है। NIT प्रशासन ने बताया कि शुक्रवार शाम संस्थान की क्लासों अगले हुक्मों तक के लिए मुलतवी कर दीं गई थीं। आज प्रातःकाल NIT के विद्यार्थी आपो–आपना सामान उठा कर कश्मीर वादी से बाहर जाते देखे गए।
इस यूनिवर्सिटी में 800 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं और इन में से आधे जंमू–कशमीर के इलावा ओर सूबों के हैं। NIT के एक अधिकारी ने बताया कि उन को प्रशासन ने कह दिया है कि विद्यार्थियों को उन के घरों को भेज दिया जाये। प्रशासन की तरफ से ख़ास तौर पर बसें का इंतज़ाम भी किया गया है।

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