जालंधर(विनोद मरवाहा)
भारत के संविधान निर्माता, चिंतक, समाज सुधारक बाबा साहेब अंबेडकर जी के प्रपोत्र श्री राज रतन जी के जालंधर आगमन पर दलित नेता पुरुषोत्तम सोंधी एवं विचारकआरसी संगर ने उनसे विशेष मुलाकात की। इस मोके पुरुषोत्तम सोंधी ने दलित समाज से संबंधित मसलों पर श्री राज रतन जी के साथ चर्चा की। इस दौरान श्री सोंधी ने एक सवाल उठाया कि आखिर कब तक दलित उच्च वर्गों के जरिए उत्पीड़ित किए जाते रहेंगे। कब वे दूसरी जातियों की तरह आर्थिक और सामाजिक रूप से बेहतर होंगे और वह भी समाज में उसी तरह सम्मान के साथ निडर होकर जी सकेंगे जैसे समाज के अन्य वर्ग जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा दलितों की बेहतरी के लिए जो योजनाएं लागू की जाती हैं, वे अधिकांशतः भ्रष्टाचार का शिकार हो जाती हैं। इसलिए सरकार द्वारा जरूरतमंदों के लिए जारी धन इतनी देर में और इतने कम तादाद में पहुंच पाता है कि उससे उनकी बेहतरी की आशा नहीं की जा सकती है। श्री सोंधी ने कहा कि दलित समस्याओं के समाधान के लिए सार्थक पहल की आवश्यकता है।
इस अवसर पर शरू राज रत्न जी ने कहा कि बाबा साहब भीम राव अंबेडकर ने दलितों की अत्यंत खराब स्थिति के कारण ही संविधान में इनके लिए जगह-जगह आरक्षण की व्यवस्था की थी लेकिन अभी भी समाज में इन्हें वह बेहतर स्थिति हासिल करनी है जो बाबा साहब चाहते थे। उन्होंने कहा कि इन्हें हासिल करने के लिए आक्रमकता की जगह बुध्दि और विवके से आगे बढ़ना ज्यादा मुफीद होगा।
अंत में उन्होंने कहा कि पुरुषोत्तम सोंधी से दलित विषय पर चर्चा करके उन्हें काफी अच्छा लगा और भविष्य में वह हम हमेशा सोंधी के संपर्क में रहेंगे।