जालंधर/विनोद मरवाहा
नगर निगम जालंधर की वार्डबंदी पर इस कदर ग्रहण लगा है कि अब आम आदमी पार्टी के कई नेता इस पर एतराज जता रहे हैं । उन्होंने इस वार्डबंदी को गलत मानते करार देते हुए दुरुस्त करने की मांग की है। साथ ही नई वार्डबंदी को लेकर विरोधी पार्टियां भी सत्ताधारी पार्टी पर लगातार निशाना साध रही हैं। वार्डबंदी के खिलाफ अपने ऐतराज दर्ज करवा रही हैं। आने वाले दिनों में वार्ड बंदी को लेकर और भी कई एतराज आ सकते हैं। नई वार्डबंदी पर ऐतराज दर्ज करवाने के लिए नक्शा जारी होने के बाद एक सप्ताह का समय रखा गया है। सबसे अहम ऐतराज यही है कि नई वार्डबंदी में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों की जीत की राह सरल करने के लिए वार्डों के इलाकों में बड़े स्तर पर फेरबदल किया है। यह भी कहा जा रहा है कि नई वार्डबंदी कर राजनीतिज्ञों ने अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए शहरवासियों को बलि का बकरा बनाया है। वहीं जो लोग कुछ वादों के साथ उम्मीदवार के रूप में पहली बार पार्षद का चुनाव लड़ने के लिए अपने वार्ड तक सीमित थे, वे भी नई वार्डबंदी के कारण परेशान हैं।

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