जालंधर(विनोद मरवाहा)
भजन ही सत्य है। परिवर्तन संसार का नियम है। इसलिए भजन का सहारा लें और परिवर्तन से विचलित न हों। भजन सब कुछ संभाल लेता है, यहां तक कि परमात्मा व जीव के बीच संबंध भी स्थापित कर देता है। यह संबंध ही मनुष्य की मुक्ति का कारण बनता है।
उक्त आशीर्वचन श्री-श्री 108 स्वामी सिकंदर जी ने अखिल भारतीय दुर्गा सेना संगठन(रजि.) की तरफ से प्राचीन शिव मंदिर, दोमोरिया पुल में आयोजित साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ को विश्राम देने के बाद उपस्थित माँ भक्तों को कहे। उन्होंने कहा कि आज अनेकों कॉलेज व विश्वविद्यालय हैं जहां लाखों छात्र पढ़ाई कर रहे हैं लेकिन एक भी शिवाजी, महाराणा प्रताप जैसे देशभक्त, याज्ञवल्क्य जैसे महर्षि, गार्गी व मैत्रेयी जैसी विदुषी नारियां पैदा नहीं हो रही हैं। इसका एकमात्र कारण है कि आज समाज अध्यात्म से विमुख हो गया है। श्री स्वामी जी ने कहा कि अध्यात्म से विमुख होना, हमेशा समाज के नैतिक एवं चारित्रिक पतन का कारण बना है। जब-जब समाज में अध्यात्म का जागरण हुआ है, तब- तब उसका सर्वागीण विकास हुआ है। इसलिए सभी को चाहिए कि अध्यात्म की राह पर चलते हुए समाज के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।


इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित गुरु मां नीरज रतन सिकंदर जी ने कहा कि अध्यात्म की राह पर चलने वाला ही उस परमज्ञान को पाने के लिए योग्य बनता है।


इस अवसर पर संगठन के पंजाब प्रधान विशाल शर्मा, जालंधर प्रधान वैभव शर्मा, कमल मल्होत्रा, तीर निशाने ते (समाचार पत्र) के मुख्य संपादक राकेश महाजन, दीपक मनचंदा,सुदेश गोयल, रवि गोयल, पंडित सोहन लाल, प्रेम सिंगला,सुमित गोयल,वरुण मिगलानी ,यदु सिंगला,मानित शर्मा, गौरव बंसल,ललित गोयल, ,वरिंदर मित्तल, राजन मोदी, विजय कुमार, शिव गोयल, प्रेम लाला , रोशन लाल, सचिन शर्मा, राज कुमार, डॉक्टर राजिंदर मेहरा, पवन कुमार, राजेश शर्मा, लखवीर सिंह,राजिंदर सिंह, राजिंदर पॉल शर्मा , बेअंत सिंह,, मदन लाल, यशपाल, प्रीतम लाल, लुभाया राम, बंसीलाल, सुनील कुमार, लीना महाजन, आशु शर्मा, साहिल वर्मा, धीरज पाहवा,जय के धीर, इंदरपाल सिंह अरोड़ा ,मनोज शर्मा, रूबी ठाकुर,राजीव शर्मा,महेश सिंगला,अमित शर्मा, समीर अब्रोल आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।

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