जालंधर(केवल कृष्ण)
संसद में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के दौरान आंख तो मारी युवराज ने, लेकिन शामत बन आई है कार्यकर्ताओं की। पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से भी युवराज की इस हरकत पर जवाब देते नहीं बन रहा। एक दिन पहले तक जहां पार्टी कार्यकर्ता फ्रांस के राष्ट्रपति के बयान को लेकर भी युवराज की पीठ थपथपा रहे थे अब इस मामले में उन्हें खासी किरकिरी झेलनी पड़ रही है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने युवराज के बयान से खुद को एकदम अलग कर लिया। आलम यह है कि कहीं भी संसद के इस घटनाक्रम की चर्चा चलती है तो पार्टी कार्यकर्ता वहां से नजर बचाकर निकलने में ही भलाई समझते हैं। अब तो कार्यकर्ता दबी जुबान में यहां तक कह जाते हैं कि युवराज का कुछ नहीं हो सकता।