नई दिल्ली (हलचल नेटवर्क)
नॉर्थ ईस्ट के तीन राज्यों के आए चुनावी नतीजों में बीजेपी को मिली कामयाबी से देश के सियासी जगत में खलबली मच गई है। वही , इसका आकलन कर पार्टियां अपनी रणनीति बनाने में जुट गई हैं। भगवा पार्टी को सियासी पटखनी देने के लिए वो आपसी दुश्मनी भुलाकर एक-दूसरे को गले लगाने को भी तैयार दिख रही हैं।
खबर है कि यूपी में फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी हाथ मिला सकती हैं। खबर के मुताबिक मायावती की बहुजन समाज पार्टी गोरखपुर और फूलपुर सीट पर लोकसभा उपचुनाव के लिए अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी से हाथ मिला सकती हैं। दरअसल दोनों पार्टियों की ये नजदीकी बीजेपी के जीत के रथ को रोकने के लिए है. अब तक मायावती की पार्टी की ओर से समर्थन का कोई औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है लेकिन उम्मीद है कि रविवार को इसका ऐलान हो सकता है।
खबरों के मुताबिक रविवार को मायावती-अखिलेश यादव को समर्थन देने का ऐलान कर सकती हैं। इसके पहले सूबे में हुए लोकसभा चुनाव में बसपा खाता नहीं खोल पाई थी। वहीं विधानसभा चुनावों में उसकी करारी हार हुई थी, जबकि समाजवादी पार्टी की भी दोनों चुनावों में शर्मनाक हार हुई थी।
इस नए समीकरण को आने वाले लोकसभा चुनावों में बीजेपी के खिलाफ एक महागठबंधन को तौर पर देखा जा रहा है। गोरखपुर और फूलपुर में 11 मार्च को मतदान होना है, जबकि नतीजे 14 मार्च को आएंगे। एसपी प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने ट्वीट किया, ‘फूलपुर और गोरखपर उपचुनाव में बीएसपी समाजवादी पार्टी को सपॉर्ट करेगी। यह मायावती जी का बहुप्रतीक्षित फैसला है। हम साथ लड़कर एक मजबूत बहुजन और सेक्युलर मोर्चा बनाएंगे।’
एसपी के सुनील सिंह यादव ने भी कहा, ‘हर कोई जानता है कि बीएसपी उपचुनाव में शिरकत नहीं करती है। अब गोरखपुर और फूलपुर में उपचुनाव हो रहे हैं और एसपी जरूर बीजेपी को दोनों जगहों पर कड़ी टक्कर देगी।
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