जालंधर(विनोद मरवाहा)
अखिल भारतीय दुर्गा सेना संगठन की तरफ से साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ का आयोजन श्री प्राचीन शिव मंदिर, दोमोरिया पुल में लिया गया।इस मोके पर विशेष रूप से उपस्थित गुरु मां नीरज रत्न सिकंदर जी ने साधकों को आशीर्वाद दिया।
इस अवसर पर श्री – श्री 108 स्वामी सिकंदर जी महाराज ने उपस्थिति को धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हुए कहा कि पृथ्वी पर बहुत ही तीर्थ स्थान हैं, सब तीर्थों की यात्रा मनुष्य नहीं कर सकता है , संपूर्ण नदियों में जाकर मनुष्य स्नान नहीं कर सकता है, मगर जहां हवन यज्ञ होता है, हरि की कथा होती है, सत्संग होता है, वहां संपूर्ण तीर्थ विद्यमान होते हैं। उन्होंने कहा कि अन्न का कण और सत्संग का क्षण कभी नहीं गंवाना चाहिए। जहां से मिले, जब मिले, जहां मिले, छोड़ना नहीं चाहिए।
श्री स्वामी जी ने कहा कि संसार का कोई भी कार्य अगर आप करते हैं, तो उसमें लाभ के साथ ही हानि की भी सम्भावनायें होती ही हैं । जैसे व्यापार भी करें तो लाभ और हानि दोनों होते हैं, परन्तु सत्संग में लाभ ही लाभ होता है, नुकसान होने की कोई सम्भावना ही नहीं होती। उन्होंने कहा कि हवन यज्ञ में भाग लेने से बुद्धि और विवेक जाग्रत होता है । मनुष्य जितनी अधिक मात्रा में हवन यज्ञ करेगा और उस यज्ञ से प्राप्त विवेक को महत्व देगा उतना ही अधिक मात्रा में उसके काम – क्रोध आदि विकार नष्ट होंगे। श्री स्वामी जी ने कहा कि जब भी समय मिले हवन यज्ञ सत्संग करें। सदाचारी और शाकाहारी बनें । सभी जीवों की रक्षा करें।
इस मोके इस अवसर पर संगठन के पंजाब प्रधान विशाल शर्मा, जिला प्रधान वैभव शर्मा सहित बबली शर्मा, बलविंदर यादव, बी.पी. गुप्ता, कुलदीप कुमार, रीटा रानी, राकेश महाजन, राजन खन्ना, रजिंदर कुमार, अश्वनी यादव , सुनील मल्होत्रा, पूजा शर्मा, परवीन हांडा, अरुण शर्मा, कोमल, महक, राकेश जैन, केवल कृष्ण, शालू छाबड़ा, राज कुमार वर्मा,कुसम गुप्ता, मनोज शर्मा, अशोक थापर, कृष्ण कुमार, अशोक चड्डा, जसपाल भाटिया, अमन शर्मा , निखिल मित्तल, रमेश अश्वनी मल्होत्रा, सुरेश खुराना, पंकज सिक्का, राजू लूथरा, सौरभ शर्मा, राजेश भारद्वाज, विनय शर्मा, मोनिका शर्मा, राजू शर्मा, मोहित सिक्का, सुरिंदर भगत, आशु शर्मा, साहिल वर्मा, धीरज पाहवा, करण वर्मा, नरेश मौदगिल, अश्वनी कपूर, राजेश सेठ, मोहित जैन, रमेश कपूर, अश्वनी मल्होत्रा, दमन कपूर, दीपक कुमार आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।