जालंधर(योगेश कत्याल)
गैंगस्टर सुखा काहलवा की ज़िंदगी पर बनी फ़िल्म शूटर के साथ सबंधित बड़ी ख़बर आ रही है। दरअसल, पंजाब सरकार ने इस फ़िल्म पर रोक लगा दी है। पंजाब के मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने फ़िल्म पर बैन लगाने के हुक्म के दिए हैं। फ़िल्म के ज़रिये हिंसा, अपराध और गैंगस्टर कल्चर को बढ़ावा देने के इल्ज़ाम लग रहे हैं।
मुख्य मंत्री ने डीजीपी दिनकर गुप्ता को भी निर्देश दिए हैं कि वह यह भी देखने कि फ़िल्म के निर्माता के.वी. ढिल्लों विरुद्ध क्या बनती कार्यवाही की जा सकती है जिस ने 2019 में यह कहा था कि वह ‘सुखा काहलवा ’ टाईटल नीचे फ़िल्म बनाऐगा।
डीजीपी को यह भी कहा है कि वह फ़िल्म में प्रमोटरें, डायरैक्टर और एक्टरों के खराब कर बारे भी देखें। सरकारी प्रवक्ता अनुसार कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने साफ़ किया है कि उन की सरकार ऐसे किसी फ़िल्म, गाने आदि को चलाने की आज्ञा नहीं देगी।
डीजीपी ने खुलासा किया कि पंजाब में विवादत फ़िल्म पर पाबंदी का मामला शुक्रवार को मुख्य मंत्री के साथ मीटिंग में विचार गया था, जिस में एडीजीपी इंटेलिजेंस वरिन्दर कुमार भी उपस्थित थे और यह फ़ैसला किया गया कि फ़िल्म पर पाबंदी लगाई जाये जिस का ट्रेलर 18 जनवरी को रिलीज हुआ है। मीटिंग में यह सुझाव दिया गया कि यह फ़िल्म बहुत ही हिंसक है।
एडीजीपी ने आगे कहा कि यह देखते कि इस फ़िल्म का नौजवानों पर बुरा प्रभाव हो सकता और इस फ़िल्म के साथ कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है, अधिक मुख्य सचिव ग्रह मामले और न्याय को लिखे पत्र में कहा गया, “पंजाब में इस फ़िल्म को रिलीज और दिखाने पर पाबंदी लगा दी जाये।
इस से पहले मोहाली पुलिस के पास इस फ़िल्म के द्वारा गैंगस्टर सुखा काहलवा को हीरो के तौर पर पेश करन की शिकायत मिली थी, जिस में फ़िल्म के निर्माता ने गैंगस्टर को शार्प शूटर के तौर पर पेश किया है, जिस विरुद्ध कत्ल, अगवा और फिरौती मामलों समेत 20 से अधिक केस दर्ज हैं। उसे गैंगस्टर विक्की गौडर और उस के साथियों ने 22 जनवरी 2015 को मार दिया था जब उसे जालंधर में सुनवाई के लिए पटियाला जेल से लाया जा रहा था।

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