नई दिल्ली( हलचल नेटवर्क)
प्रधानमंत्री मोदी की तरह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने भी लोगों तक अपनी मन की बात पहुंचाने का काम शुरू कर दिया. संघ ने लोगों तक अपनी विचारधारा और इतिहास के संदर्भ में अपने नजरिया का विस्तार करने के लिए रेडियो की जगह सोशल मीडिया का वीडियो प्लेटफॉर्म यू-ट्यूब का सहारा लिया है. ‘जनसत्ता डॉट कॉम’ पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक यू-ट्यूब के जरिए आरएसएस ने एक वीडियो सीरीज शुरू की है, जिसके जरिए विचारधारा, राजनीतिक और समाजिक मुद्दों पर दृष्टिकोण और ऐतिहासिक घटनाओं पर विचार रखे जा रहे हैं. संघ ने इस सीरीज का नाम ‘ज्ञान श्रीखंला’ दिया है.
ज्ञान श्रीखंला के जरिए संघ के अपने बुद्धिजीवियों के विचार लोगों के सामने पेश करेगा. उदाहरण के तौर पर अभी तक के प्रसारित कार्यक्रमों में संघ ने हिंदुस्तान में पर्दा प्रथा की शुरुआत पर अपने विचार रखे हैं. इस दौरान आरएसएस के जनरल सेक्रेटरी कृष्ण गोपाल और मनमोहन वैद्य अपने बातचीत में पर्दा प्रथा को इस्लामिक प्रादुर्भाव का नतीजा मानते हैं.
उनका कहना है कि हिंदुस्तान में पर्दा प्रथा नही था, लेकिन इस्लामिक शासकों के आगमन की वजह से हिंदुओं में भी घूंघट प्रथा की शुरुआत हुई. आरएसएस नेताओं ने आतंकवाद और इस्लाम के बीच रिश्तों पर भी अपने विचार रखे हैं. इसके अलावा हिंदू और भारतीय में अंतर के अलावा शिक्षा प्रणाली पर भी बातचीत की गई है. इन विचारों की शूटिंग कुछ लोगों के बीच ऋषिकेश के रमणीय स्थल पर की गई है.