जालंधर(विनोद मरवाहा)
जालंधर की सियासत में इन दिनों अवैध कालोनियों को लेकर खूब हाय-तौबा मची हुई है। पक्ष से लेकर विपक्ष के माननीय एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में लगे हैं। पंजे वाली पार्टी के नेताजी इस बारे अपनी चुप्पी साढ़े हुए हैं तो कमल दल वाले अपनों को ही अवैध कालोनियों के बाजार में खड़ा करने पर उतारू हैं। नई गौतम नगर में बन रही एक अवैध कालोनी का मामला उजागर होने के बाद कमल दल को अब लग रहा है कि अगर पीछे हटे तो किरकिरी होगी, आगे बड़े तो अपनों का ही नुक्सान होगा।
पक्ष के नेताजी तो विकास की दुहाई दे रहे हैं। पर यहां दूध के धुले कौन हैं? अवैध कालोनियां बनाने व बसाने के लिए तो तरह-तरह के खेल खेले जा रहे हों। जिसको जहां मौका मिला उसने अवैध कालोनी बनाने में कोई भी कसर नहीं छोड़ी और न ही अब कोई छोड़ रहा है। सही जांच हो तो सबकी पोल खुल सकती है। अब देखना है कि यह पोल कब तक खुलता है? वैसे इस पूरे प्रकरण में पंजा परेशान और कमल का फूल हैरान है। शायद ही कमल दल वाले नेताओं ने सोचा होगा कि अवैध कॉलनियों के मुद्दे पर उन्हें इस तरह पानी-पानी होना पड़ेगा।