जालंधर/विशाल कोहली
जालंधर लोकसभा उपचुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल शिद्दत से तैयारियों में जुटे हैं, लेकिन कांग्रेस के अलावा किसी भी पार्टी ने अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है। आम आदमी पार्टी, भाजपा, शिरोणी अकाली दल ने अभी तक अपने उम्मीदवारों के नाम का खुलासा नहीं किया है। इस बीच सूत्रों का कहना है कि पार्टियां ऐसे चेहरे की तलाश में जुटी हैं, जिस पर उन्हें ज्यादा से ज्यादा वोट मिल सकें। जालंधर में 10 मई को उपचुनाव होना है।
आम आदमी पार्टी के सूत्रों ने बताया कि पार्टी दूसरे दलों की तरफ से उम्मीदवार के नाम की घोषणा का इंतेजार कर रही है, जिसका विश्लेषण कर किसी दमदार उम्मीदवार को मैदान में उतारा जाएगा। आप के एक स्थानीय नेता ने कहा कि पार्टी एक बड़े स्थानीय नेता की तलाश कर रही है जो किसी अन्य पार्टी से हो सकता है ताकि वह पार्टी की अगुवाई कर सके। नेता ने बताया कि आप के पास अन्य पारंपरिक पार्टियों की तरह एक जन कैडर नहीं है, हालांकि 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में पुरानी पार्टियों से तंग आकर कई लोग आप से जुड़े थे।
वहीँ भाजपा ने हाल ही में तीन बार राष्ट्रपति पदक से सम्मानित और जालंधर के पूर्व डीसीपी राजेंद्र सिंह को पार्टी में शामिल किया था, लेकिन वह बिना किसी शर्त के इसमें शामिल हो गए। इसी तरह आप ने भी पूर्व में कई स्थानीय चेहरों को पार्टी में शामिल किया है। सूत्रों से मिली जाणारी के अनुसारआप ने कांग्रेस के कुछ स्थानीय नेताओं से संपर्क किया है।
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, उम्मीदवार के नाम की घोषणा को लेकर पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद फैसला लेगी और यह बैठक आने वाले दो से तीन दिनों में हो सकती है। इस बीच, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने हाल ही में चंडीगढ़ में पार्टी मुख्यालय में अपनी कोर कमेटी की बैठक की, जहां पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनसे जालंधर लोकसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवार तय करने के लिए कहा। सुखबीर ने पूर्व स्थानीय विधायकों के नाम पर भी चर्चा की थी लेकिन अभी नाम तक कोई भी तय नहीं हो सका है।
ऐसे में अगर अकाली दल, भाजपा और सत्तारूढ़ आप जैसी पारंपरिक पार्टियां अभी भी योग्य उम्मीदवारों की तलाश में हैं तो जालंधर लोकसभा सीट पर पार्टियों के राजनीतिक परिदृश्य की कल्पना की जा सकती है। इस बीच, कांग्रेस ने जालंधर से पार्टी के पूर्व सांसद चौधरी संतोख सिंह की पत्नी करमजीत कौर को अपना उम्मीदवार घोषित किया है, जिनकी जनवरी में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मृत्यु हो गई थी।

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