जालंधर(विनोद मरवाहा)
दुख को तो व्यक्ति झेलते ही हैं साथ में सुख को भी झेलना पड़ता है। दुख में तो संभल कर चलना ही होता है तो सुख में भी सावधान रहना पड़ता है।
यह बात अखिल भारतीय दुर्गा सेना संगठन की ओर से प्राचीन शिव मंदिर नजदीक दोमोरिया पुल में आयोजित साप्ताहिक हवन यज्ञ को अल्प विश्राम देते हुए संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष व संस्थापक श्री श्री 108 स्वामी सिकंदर महाराज जी ने कही। इस अवसर पर गुरु माँ नीरज रतन सिकंदर जी ने माँ बगलामुखी जी के निमित माला जाप एवम हवन यज्ञ में आहुतियां डाली।
श्री श्री 108 स्वामी सिकंदर महाराज जी ने कहा कि जब आपकी गाड़ी चढ़ाई कर रही होती है, तब जाहिर है कि आप होशियार रहते हैं। मगर जब गाड़ी ढलान पर ताबड़तोड़ दौड़ती है, तब भी आप सजग रहकर एक पैर ब्रेक के ऊपर ही रखते हैं। चढ़ाव और उतार-दोनों में सावधानी बरतनी पड़ती है। फिर खतरा कहां नहीं है? केवल समतल सड़क पर खतरा नहीं होता। ऐसी सपाट सड़क पर ही आप आराम से गाड़ी चलाते हैं।
महाराज जी ने कहा कि यही अध्यात्म का रहस्य है। अध्यात्म सिखाता है कि अपनी इन्द्रियों या मन रूपी गाड़ी को ऊंच-नीच, उतार-चढ़ाव वाली सुख-दुख की सड़कों पर मत दौड़ाओ। आनंद की समतल सड़क पर ले आओ। समभाव और समावस्था ही बेफिक्री की राह है। ऐसे सद्गुण मनुष्य में तब ही आते हैं जब उसे जीवन में एक पूर्ण गुरु का सांनिध्य प्राप्त होता है।
इस अवसर पर संगठन के पंजाब प्रधान विशाल शर्मा, जालंधर प्रधान वैभव शर्मा, विकास तलवाड़, लक्ष्मी शर्मा, जसविंदर कौर, मुकेश अरोड़ा, राकेश महाजन, लीना महाजन, रिया शर्मा, रीता शर्मा, उषा शर्मा, लक्ष्मी शर्मा, सुनील मल्होत्रा, पूजा शर्मा, परवीन हांडा, अरुण शर्मा, कुसम गुप्ता, हिना कपूर, करण गुप्ता, अश्वनी मल्होत्रा, पंकज सिक्का, राजू लूथरा, दविंदर अरोड़ा, बब्बू शर्मा, मुकेश सहदेव, अशोक थापर, कृष्ण कुमार, अशोक चड्डा, सुरिंदर कपूर, नवीन जिंदल, सौरभ शर्मा, राजेश भारद्वाज, विनय शर्मा, मोनिका शर्मा, राजू शर्मा, कृष्ण बब्बर, सुरजीत लूथर, संजय सेतिया, केवल कृष्ण, युग त्रेहन, धीरज मेहता, दुष्यंत वोहरा, लक्ष्मी वोहरा, वीना वोहरा, शालू छाबड़ा, मोहित सिक्का, राजेश सेठ, मोहित जैन आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।