जालंधर(हलचल नेटवर्क)
विधानसभा बजट सत्र में प्रश्नकाल के बाद कोरोना वायरस के नियंत्रण पर हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री के वक्तव्य के बीच नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सदन में मामला उठाया कि मास्क न लगाने का चालान 5000 रुपए किया जा रहा है। इतना भारी-भरकम चालान लोकतंत्र में सही व्यवस्था नहीं है। कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए कदम उठाएं, लेकिन जनता पर इस तरह के भारी-भरकम चालान के फैसले सही नहीं हैं। जवाब में सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि इस प्रकार की सख्ती कोरोना के नियंत्रण के लिए जरूरी है। इसे समझना पड़ेगा। एक समय आया कि कोविड-19 के मामलों की संख्या कम हुई। पिछले दिनों जहां केस कम होकर 218 के आसपास रह गए थे, वहीं अब 1000 से ऊपर चले गए हैं।
अब कोरोना की लहर तेजी से फैल रही है। यह देशव्यापी है। ये मामले हमारे प्रदेश के अलावा पड़ोसी राज्यों में भी बहुत बढ़ रहे हैं। मास्क पहनना जरूरी है। लोग जब इस नियम को गंभीरता से नहीं लेते हैं तभी चालान काटने की नौबत आती है। एक-दो जगह इस तरह का संदेश देने की कोशिश हुई है।
इससे मनोवैज्ञानिक असर पड़ता है। इस पर शिलाई के कांग्रेस विधायक हर्षवर्धन चौहान ने तंज कसते हुए हंसते हुए कहा कि मास्क पर चर्चा की बात हो रही है। सबसे पहले सीएम का चालान होना चाहिए, सदन में जो भी सदस्य बिना मास्क के हैं, उनके 5000-5000 का चालान करें। फिर संदेश जाएगा। हर्षवर्धन चौहान ने जब यह बात कही तो सीएम जयराम ठाकुर, कई मंत्री, सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्य बगैर मास्क के थे। इस पर सदन में खूब ठहाके लगे। चौहान ने खुद मास्क पहना था।

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