फगवाड़ा (विशेष)
कांग्रेस की ओर से फगवाड़ा विधानसभा क्षेत्र उप चुनाव में उतारे गए प्रत्याशी बलविंदर सिंह धालीवाल को मिल रहे भारी जन समर्थन के चलते इस क्षेत्र की राजनीति में अभी से एक नया नारा ”कहां फंसे हो चक्कर में, कोई नहीं है टक्कर में” गढ़ता नजर आ रहा है। इस नारे पर अभी से इस विधानसभा के लगभग सभी मतदाताओं ने अपनी मुहर लगा दी है। इस क्षेत्र की राजनीति पर नजर रखने वालों को उम्मीद थी कि भाजपा ओर से कोई सशक्त उम्मीदवार मैदान में उतरेगा लेकिन भाजपा ने राजेश बाघा को उतार कर उनके इस कयास को आज गलत साबित कर दिया है। उनका दबी जुबान में यह भी कहना है कि भाजपा ने अपना प्रत्याशी उतार कर कांग्रेस की राह बेहद आसान कर दी है। बल्कि यूं कहें कि उसे वॉक ओवर दे दिया है तो कोई भी अतिशयोक्ति न होगी।
सूत्रों की मानें तो भाजपा ने राजेश बाघा पर अपना दांव लगा कर सांपला ग्रुप को भले ही पटखनी दे दी हो लेकिन धरातल पर परिस्थितियां उनके अनुकूल नहीं हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि यहाँ का मतदाता राजेश बाघा से बेहद अधिक जुड़ाव नहीं रखता है। जबकि कांग्रेस ने यहां से अपना मजबूत प्रत्याशी उतार कर भाजपा के सामने कड़ी चुनौती पेश की है। बीते विधानसभा चुनाव में वर्तमान सांसद सोम प्रकाश ने अपनी साफ व स्वच्छ छवि के चलते कांग्रेस को भले ही कड़ी टक्कर देते हुए जीत प्राप्त की थी लेकिन इस बार भाजपा ने जिन राजेश बाघा पर अपना दांव आजमाया है, वह बेहद कमजोर प्रत्याशी साबित होते दिखायी देते हैं।
आने वाले दिनों में राजेश बाघा मीडिया व अन्य मंचों से कांग्रेस की मुखालफत तो करते दिखायी देंगें लेकिन आम जनता से उनका जुड़ाव बेहद कम है। इस क्षेत्र की जनता को वह कितना प्रभावित कर पाएंगे, यह तो अब समय ही बतायेगा।