जालंधर/विशाल कोहली
जिला महिला कांग्रेस प्रधान की नियुक्ति के खिलाफ पूरे जिला में विरोध के स्वर उठने लगे हैं। जिला महिला कांग्रेस की कई सक्रिय नेत्रियों का आरोप है कि जिला में महिला कांग्रेस कमजोर हो रही है। कुछ महिला कांग्रेस नेत्रियां का कहना है कि पार्टी प्रधान को कार्यकत्ताओं और नेताओं की अनदेखी नहीं करनी चाहिए। उनका दबी जुबान में यह भी कहना है कि जब कोई व्यक्ति ये मानकर चलता है कि मैं ही कांग्रेस हूं, तो यह गलत है। जिला प्रधान द्वारा जब भी कोई फैसला लिया जाता है तो कार्यकर्ताओं को विश्वास में क्यों नहीं लिया जाता जबकि कांग्रेस में तो सभी की राय से फैसला लिया जाता है तो फिर जिला कांग्रेस महिला प्रधान इससे क्यों बच रही हैं।
एक बात तो साफ़ है कि लोकसभा चुनाव का उम्मीदवार घोषित होने से पहले ही जिला महिला कांग्रेस में असंतोष के स्वर बढ़ते जा रहे हैं। जिसका खामियाजा कांग्रेस को इन चुनावों में भुगतना पड़ सकता है।