अखंड सौभाग्य का प्रतीक है करवा चौथ का व्रत :रजनी खुल्लर
जालंधर(विनोद मरवाहा)
समाज सेविका श्रीमती रजनी खुल्लर द्वारा करवाचौथ पर आयोजित किए गए कार्यक्रम में महिलाएं सोलह श्रृंगार करके पहुंची। महिलाएं व नव विवाहिता युवतियों ने नई चूड़िया, कंगन, नथ, बिंदी से अपना श्रृंगार किया। अपने पति की लंबी उम्र व परिवार में खुशाली के लिए सुहागन महिलाओं ने निर्जला उपासना कर करवा चौथ व्रत मनाया। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं के लिए विभिन्न तरह के कंपीटिशन जैसे की तंबोला, वन मिनट, पासिंग-द-पार्सल, लक्की-ड्रा अंताक्षरी गेम्स का आयोजन किया गया।
इस मोके श्रीमती रजनी खुल्लर ने कहा कि हर स्त्री चाहती है कि वह सदा सुहागन रहे, उसके सुहाग अर्थात उसके पति की उम्र लम्बी हो उनके दाम्पत्य जीवन में मधुरता, मिठास बनी रहे । इसीलिए कार्तिक माह की कृष्ण चन्द्रोदय चतुर्थी के दिन पत्नियाँ अपने अखंड सौभाग्य की कामना और अपने पति की दीर्घायु के लिए करवा चौथ का निर्जल व्रत रखती हैं। उन्होंने कहा कि यह व्रत पति पत्नी दोनों के लिए ही एक-दूसरे के प्रति नव प्रणय निवेदन, हर्ष, प्रसन्नता, अपार प्रेम एवं त्याग को लेकर आता है।
इस मौके पर श्रीमती मनजीत कौर, श्रीमती अनीता भगत, श्रीमती रीना भगत व श्रीमती रिंपी कुमारी विशेष रूप से उपस्थित रहीं।