जालंधर(विनोद मरवाहा)
अवैध निर्माण पर कार्रवाई को लेकर वाहवाही लूटने के फेर में स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने स्थानीय एक-दो विधायकों को भरोसे में न लेकर हड़बड़ी में बड़ी गड़बड़ी कर दी। जालंधर के विधायक सुशील रिंकू व विधायक राजिंदर बेरी जिस तरह सीधे सीधे सिद्धू की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं, उसे लेकर नगर निगम प्रशासन अब बैकफुट पर है। नगर निगम अधिकारी भी अब जांच की बात कह अवैध निर्माण पर कुछ बोलने से बच रहे हैं।
अवैध निर्माण को लेकर सिद्धू के खुलासे के बाद से जालंधर कांग्रेस में सियासी तूफान आ गया था। नगर निगम प्रशासन से जुड़े तथाकथित भ्रष्ट अधिकारी भी इस खुलासे से नाराज थे। ऐसे में सिद्धू के एक्शन ने सीएम कैप्टन सरकार को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है। अवैध निर्माण मामलों में जब कैप्टन सरकार फेल हो रही है तो प्रदेश के अन्य विकास कार्यों का क्या हाल होगा। नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारीयों की यदि अवैध कालोनियां काटने वालों की कोई सेटिंग है तो सरकार से किसी प्रकार की भी कार्रवाई की उम्मीद करना बेमानी होगा। यही हाल सीएम कैप्टन के चहेते विधायकों का भी है, जो महत्वपूर्ण मुद्दों को ठंडे बस्ते में डाल कर सरकार को गुमराह करने में जुटेे रहते हैं।