जालंधर/ गुरवरिन्दर गिल्होत्रा
श्री चैतन्य महाप्रभु राधा माधव मंदिर में नृसिंह भगवान जी की प्रकट उत्सव बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मंदिर प्रांगण में मनाया गया । संकीर्तन का शुभारंभ साय 5:00 बजे केवल कृष्ण, अमित चड्ढा, राजेश शर्मा, मनोज कौशल, सुरेश, गौर, कृष्ण गोपाल, रोहित शर्मा, पुरुषोत्तम, गोवर्धन व शाश्वत ने गुरु वंदना और वैष्णव वंदना द्वारा किया ।
केवल कृष्ण जी ने श्रीमद भागवत मे से भक्त प्रह्लाद के चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि हिरण्यकशिपु ने भक्त प्रह्लाद बहुत अत्याचार किए, पर वो प्रह्लाद का कुछ भी बिगाड़ ना सका । खंभा किसी का मां बाप नहीं होता, किन्तु अपने भक्त की बात को सच करने के लिए भगवान श्री कृष्ण ही नृसिंह रूप लेकर खंभे में से प्रकट हुए और उन्होंने हिरण्यकशिपु का उद्धार किया ।
इस अवसर पर चाकदह (पश्चिम बंगाल) जगन्नाथ मंदिर से विशेष रूप से आए बलराम दास ब्रह्मचारी प्रभु से सभी भक्तों ने भगवान जगन्नाथ जी की लीला श्रवण की ।
मंदिर के प्रधान अमित चड्ढा ने कहा कि गुरु, वैष्णव और भगवान का स्मरण करने से सब प्रकार के विघ्न दूर हो जाते है और बहुत जल्दी भगवान की भक्ति प्राप्त होती है ।
मंदिर के महासचिव राजेश शर्मा ने सूर्यास्त के साथ ही श्री जयदेव गोस्वामी द्वारा रचित दशावतार स्तोत्र का कीर्तन किया और साथ ही साथ पुजारियों द्वारा पंचामृत से नृसिंह भगवान का अभिषेक किया गया ।
कार्यक्रम में रेवती रमन गुप्ता, अजीत तलवाड़, तरसेम लाल गुप्ता, नरेंद्र गुप्ता, राम भजन पाण्डेय, कपिल शर्मा, मिंटू कश्यप, अजय अग्रवाल, राजीव ढींगरा, सत्यव्रत गुप्ता, राजन गुप्ता, डॉ मनीष अग्रवाल, देवेंद्र शर्मा, हेमंत थापर, विजय सग्गड़, ओम भंडारी, राजेंद्र लूथरा, ललित अरोड़ा, केशव अग्रवाल, चंद्र मोहन राय, विशाल भल्ला, राकेश चोपड़ा, अंबरीश, जगन्नाथ, संजीव खन्ना, घनश्याम राय, गुरविंदर, चेतन दास, शशि भूषण, गणेश अरोड़ा, माधव, गोपाल कृष्ण, राजेश कालरा, दिनेश शर्मा, दीपक चोपड़ा, राजू खन्ना, जतिन बंसल, मनीष वर्मा, विशाल भल्ला, अरुण अरोड़ा, पंकज स्याल, मानव गोता, तापस गुप्ता, वैभव शर्मा, अमित अग्रवाल , केशव वासन, करणवीर, संजय पांडे, हरि कृष्ण, आशीष, नवदीप, अन्य शामिल हुए ।